अवचेतन मन को संदेश कैसे भेजे: 5 आसान तरीके

दोस्तों जैसा कि आप जानते है कि आज हम जिस भी तरह का जीवन जी रहे है, अपने अवचेतन मन में पहुंचाए गए विचारों के अनुसार जी रहे है तो आज के लेख में मैँ आपको बताऊँगी कि अवचेतन मन को संदेश कैसे भेजे। इस लेख में मैँ आपको अवचेतन मन को संदेश भेजने के 5 आसान तरीके बताऊँगी जिनसे आप अपनी किसी भी इच्छा को अवचेतन मन तक पहुँचा सकते है। 

अवचेतन मन को संदेश कैसे भेजे: 5 आसान तरीके 

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मन दो प्रकार का होता है- चेतन मन तथा अवचेतन मन। चेतन मन को जागृत मन भी कहा जाता है। चेतन मन में रोजाना हजारों की संख्या में विचार आते जाते रहते है परंतु इनमे से कुछ ही विचार अवचेतन मन तक पहुँच पाते है। जिन विचारों को हम बार-बार दोहरातें है, वे अवचेतन मन तक पहुँच जाते है।
अवचेतन मन को एक ऐसी उपजाऊ मिट्टी माना जा सकता है जिसमे जो भी बोया जाता है उसकी फसल जरूर प्राप्त होती है। यदि आप अपने अवचेतन मन की मिट्टी कांटे बोएंगे तो आपको फसल भी काँटों की प्राप्त होगी और यदि आप इसमे फूल बोंएंगे तो आपको फसल भी फूलों की प्राप्त होगी। अर्थात यदि आप अपने चेतन मन में बार-बार किसी नकात्मक विचार को दोहराकर अवचेतन मन तक पहुँचा देते है तो परिणाम भी आपके विचार के अनुरूप नकारात्मक ही मिलेगा और यदि आप अपने अवचेतन को मन सकारात्मक और आनंदित करने वाले विचार पहुंचाते है तो आपको परिणाम भी सकारात्मक और आनंदित करने वाले मिलेंगे।
यदि आप अपने चेतन मन में किसी चीज की कमी महसूस कर रहे है तो आपके अवचेतन मन के पास उस चीज की कमी का ही संदेश जाएगा और आपका अवचेतन मन कभी भी उस चीज की पूर्ति नहीं होने देगा। आपको अपनी इच्छाओ के लिए सकारात्मक रहना है जैसे कि वो आपके पास सचमुच है। यदि आप भी अपने अवचेतन मन की शक्ति से किसी भी इच्छा को पूरा करना चाहते हो तो आपको अपने अवचेतन मन तक अपनी इच्छा पूरी करने का संदेश पहुंचाना होगा।

अवचेतन मन को संदेश भेजने के 5 आसान तरीके

अवचेतन मन तक संदेश भेजने की बहुत सारी तकनीकें है परंतु सब तकनीकें "विश्वास के साथ दोहराव" (Repetition and Belief) के आधार पर काम करती है। आप नीचे दी गई तकनीकों में से किसी भी तकनीक को फॉलो कर सकते है। लेकिन यदि आप किसी भी तकनीक को चुनते है तो उसे कम से कम 21 दिनों तक अवश्य करे।

1. अवचेतन मन तक संदेश भेजने की 'विश्वास और दोहराव' तकनीक (Repetition and Belief Technique)

यदि किसी भी विचार को बार-बार चेतन मन में दोहराया जाता है तो वो अवचेतन मन तक पहुँच जाता है। आप जानते है कि अवचेतन मन तक किसी इच्छा के पहुंचते ही यह उस इच्छा पर काम करना शुरू कर देता है, इस प्रकार आपका वो विचार सच हो जाता है। इसीलिए कहा जाता है कि यदि एक झूठ को सौ बार बोला जाए तो वो भी सच बन जाता है।
लेकिन आपको अपने विचार पर विश्वास करना होगा कि वो सच है। यदि आप उस विचार को चेतन मन से बार-बार सच मानकर दोहराएंगे तो ही वो सच हो पाएगा। यदि आप उसे सच नहीं मान रहे है तो वो अवचेतन मन भी सच नहीं मानेगा और उसे स्वीकार नहीं करेगा।
आइए इसे "The Power of your subconscious mind" पुस्तक में दिए गए उदाहरण के द्वारा समझते है-
एक छोटी लड़की थी जिसे जुकाम (Cold) की वजह से खांसी आने लगी थी। बहुत सारी कोशिशों के बाद भी उसकी खांसी नहीं जा रही थी लेकिन जब उसने लगातार दोहराना शुरू किया कि अब मेरी खांसी पूरी तरह जा चुकी है तो कुछ ही घंटों बाद उसकी खांसी सचमुच गायब हो गई। 
इस तरह आप भी अपने किसी भी संदेश को उस छोटी लड़की की तरह पूरे विश्वास के साथ अवचेतन मन तक पहुँचा सकते है और आपका संदेश अवचेतन मन तक पहुंचते ही, वह उस पर काम करना शुरू कर देगा। 

2. अवचेतन मन तक विचार पहुँचाने की काल्पनिक तस्वीर की तकनीक (Imaginary Picture Technique)

आपने सुना होगा कि एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है। आप विश्वास कीजिए कि आपका अवचेतन मन किसी भी काल्पनिक तस्वीर को वास्तविक बना सकता है, बस आपका उस पर विश्वास होना चाहिए।
अवचेतन मन तक किसी संदेश को पहुँचाने की सबसे आसान तकनीक है, अपनी इच्छा साकार होने की काल्पनिक तस्वीर को देखना। आपको अपने मन की आँखों से पूरे विश्वास के साथ अपनी इच्छा साकार होने की बिल्कुल स्पष्ट तस्वीर को देखना है।
आप जिन चीजों की कल्पना कर सकते है, यकीन मानिए उन चीजों को आप सच में प्राप्त भी कर सकते है। आपकी कल्पनाएं भी उतनी ही वास्तविक होती है, जितने आपके शरीर के अंग वास्तविक है। बस ये कल्पनाएं अदृश्य क्षेत्र में विद्यमान होती है और इन्हे दृश्य क्षेत्र अर्थात वास्तविक जीवन में लाना पड़ता है।
जब आप अपने मन में किसी भी काल्पनिक तस्वीर को बार-बार देखते है तो वो तस्वीर आपके अवचेतन मन में उतर जाती है और वो उसे आपके सामने प्रत्यक्ष कर देता है। आप अपनी मनचाही इच्छा की तस्वीर को जितनी अधिक स्पष्टता से देख सकते है, देखने की कोशिश करे इससे आपका अवचेतन मन भ्रमित नहीं होगा और वही बिल्कुल स्पष्ट तस्वीर आपको वास्तविक जीवन में भी दिखा देगा।
अपनी मनचाही तस्वीर पर पूरा भरोसा रखे जैसे कि ये वास्तविक है और उस खुशी को महसूस करिए। यदि आपकी Manifestation में भावनाएं भी शामिल हो अर्थात यदि आप उन्हे पूरी भावनाओं के साथ महसूस कर सके तो आपकी Manifestation की रफ्तार 100 गुणा तक बढ़ जाती है।
उदाहरण के लिए, यदि आप चाहते हो कि आपके बैंक अकाउंट में 2 करोड़ रुपये हो तो आपको कल्पना करनी है कि आपकी बैंक पासबूक में available balance 2 करोड़ रुपये दिखा रहा है। आपको प्रतिदिन schedule के साथ इसकी कल्पना करनी है और तब तक करनी है, जब तक यह इच्छा साकार ना हो जाए। ध्यान रहे, आपको उस तस्वीर की कल्पना करते समय इसे उतनी ही खुशी, प्रेम और सद्भावना के साथ देखना है, जितना आप इसके वास्तविक होने पर करते। हो सकता है कि आपके मन में कोई नए बिजनस आइडियास (Business Ideas) आए या आप जो भी कर रहे हो, उसे और अधिक सफल बनाने के लिए कोई सुझाव मिले तो आप उन पर काम करते जाइए। कई बार आपका अवचेतन मन आप तक नए-नए सुझाव भी पहुंचाता है, जिन्हे फॉलो करके आप अपने मुकाम तक पहुँच पाओ।

3. अवचेतन मन तक संदेश भेजने की सकारात्मक पुष्टीकरण तकनीक (Affirmation Technique)

सकारात्मक पुष्टीकरण (Affirmation technique) के अनुसार आपको खुद को अपनी इच्छा पूरी होने की सकारात्मक पुष्टियाँ (Affirmation) बोलनी होती है। यह Affirmation technique भी Repetition and Belief की तर्ज पर काम करती है। जब आप चेतन मन में किसी सकारात्मक पुष्टि (Affirmation) को बार-बार पूरे विश्वास के साथ दोहरातें है तो वह आपके अवचेतन मन तक पहुँच जाती है।
Affirmation technique के द्वारा आप अपनी इच्छा के प्रति सकारात्मक विचार उत्पन्न कर सकते है। यदि आपके मन में अपनी इच्छा के प्रति कोई नकारात्मक भावनाएं है तो आप उन्हे सकारात्मक पुष्टीकरण तकनीक (Affirmation technique) के द्वारा समाप्त कर सकते है, इससे आपके नकारात्मक विचार आपके अवचेतन मन को प्रभावित नहीं करेंगे।
सकारात्मक पुष्टीकरण तकनीक (Affirmation technique) में आपको अपनी इच्छा से संबंधित कोई एक Affirmation बनानी होती है और उसे बार-बार पूरे विश्वास के साथ बोलना होता है। इस Affirmation को आप दिन में किसी भी समय दोहरा सकते है लेकिन सर्वाधिक फायदेमंद होगा कि आप इसे सुबह 5 मिनट के लिए, दोपहर में 5 मिनट के लिए और रात को सोने से पहले 5 मिनट के लिए दोहराएं। इसके अतिरिक्त भी दिन में आपके पास जब भी वक्त हो, आप इस Affirmation को बोल सकते है। आपको कम से कम 21 दिनों तक इस Affirmation technique को करना है और बाद में आप चाहे तो इसे छोड़ दीजिए अर्थात let go कर दीजिए।
उदाहरण के लिए, यदि मैँ अपनी कोई बिमारी ठीक करना चाहती हूँ तो मैँ अपनी Affirmation बनाऊँगी की "धन्यवाद ब्रह्मांड! मुझे पूरी तरह स्वस्थ बनाने के लिए मैँ आभारी हूँ। मैँ खुद को बहुत स्वस्थ, सुखी और खुश महसूस कर रही हूँ।" इस Affirmation को मैँ दिन में कम से कम 3 बार पाँच-पाँच मिनट के लिए दोहराऊँगी। अधिकतर मामलो में परिणाम 21 दिनों से पहले ही मिल जाता है लेकिन यदि चाहा गया परिणाम ना भी मिले तो मैँ इसे कम से कम 21 दिनों तक करूंगी और बाद में इसे भगवान के हाथों में सौंप दूँगी। मुझे खुद की Affirmation पर पूरा विश्वास रखना है, तभी वो सच होगी।

4. अवचेतन मन तक संदेश भेजने की धन्यवाद तकनीक (Gratitude Technique)

हमेशा याद रखना कि अगर आपको उसे चीज की वैल्यू है जो आपके पास अभी है तो आपको और दिया जाएगा लेकिन यदि आपको आपके पास जो अभी है उसे चीज की वैल्यू नहीं है तो उसे भी आपसे छीन लिया जाएगा। यही ब्रह्मांड का नियम है। आज आपके पास जो भी है उसके लिए आप ब्रह्मांड को धन्यवाद कीजिए। आप अपने हाथ, पैर, मस्तिष्क, हवा, पानी, सूरज की रोशनी, अपने घर, अपने ऑफिस, अपनी गाड़ी, अपने स्वास्थ्य या जो भी आपके पास है, उसके लिए ब्रह्मांड को धन्यवाद कीजिए, ब्रह्मांड उस का 100 गुणा करके आपको देगा।
अब आपके मन में आ रहा होगा कि हम धन्यवाद तो उन चीजों के लिए करते हैं जो हमारे पास वास्तव में मौजूद होती है तो हम धन्यवाद तकनीक के द्वारा अवचेतन मन को संदेश कैसे भेजे?
जी हां, आमतौर पर हम उन्ही चीजों के लिए कृतज्ञ होते हैं जो हमारे पास सच में मौजूद होती है। लेकिन यदि आप उन चीजों के लिए भी कृतज्ञ हो जिन्हें आप पाना चाहते हैं तो आपके अवचेतन मन के पास यह संदेश जाता है कि वह चीज आपके जीवन में मौजूद है और आपका अवचेतन मन भी उसे चीज को आपके जीवन में लाने के लिए कार्य करने लग जाता है।
जैसा कि आप पहले जान चुके हैं कि आपकी कल्पनाएं भी उतनी ही सच होती है जितना आपके शरीर का कोई अंग। बस ये कल्पनाएं अदृश्य क्षेत्र में होती है और आपको इन्हें दृश्य क्षेत्र में लाना पड़ता है। इन कल्पनाओं को दृश्य क्षेत्र में लाने का कार्य अवचेतन मन का है। आपको पूरे मन से महसूस करना है कि आपकी इच्छा पूरी हो गई है और उसके लिए इस असीम शक्ति को धन्यवाद करना है तो आसानी से आपका यह संदेश अवचेतन मन तक पहुँच जाएगा। आइए, इसे एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं -
मान लीजिए कि आपकी इच्छा अपनी कोई मनपसंद गाड़ी लेने की है। तो धन्यवाद तकनीक के अनुसार, आपको कल्पना करनी है कि वो गाड़ी आपने ले ली है। आपको उस गाड़ी के रंग से लेकर के छोटी से छोटी चीज को भी अपने मन की आँखों से देखना है। खुद को उस गाड़ी को चलते हुए महसूस करना है और उसके लिए भगवान को बार-बार धन्यवाद देना है। इस प्रकार, यदि आप इसे बार-बार दोहराएंगे तो आपके अवचेतन मन तक यह इच्छा पहुँच जाएगी।

5. अवचेतन मन तक संदेश पहुंचाने की नींद की तकनीक (Sleep Technique)

हमारे चेतन मन में प्रतिदिन हजारों विचार आते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही विचार अवचेतन मन तक पहुंच पाते हैं अवचेतन मन तक कोई भी विचार चेतन मन की बिना निगरानी के नहीं पहुंच पाता किसी भी विचार को अवचेतन मन तक पहुंचाने के लिए आवश्यक है की चेतन मन उसको वास्तविक माने। 
चेतन मन के पास तर्क वितर्क करने की क्षमता होती है इस कारण वह किसी भी विचार को अवचेतन मन तक आसानी से नहीं पहुंचने देता। लेकिन चेतन मन उसी वक्त सक्रिय होता है जब हम सक्रिय होते हैं अर्थात हम जाग रहे होते हैं। जब हम सो जाते हैं तो हमारा चेतन मन भी सो जाता है लेकिन अवचेतन मन सदैव सक्रिय रहता है। अर्थात जब चेतन मन निष्क्रिय होता है तो आसानी से कोई भी विचार अवचेतन मन तक पहुंच जाता है।
अवचेतन मन तक अपना कोई भी संदेश पहुंचाने के लिए नींद की तकनीक बहुत प्रभावशाली तकनीक है। इस तकनीक में आपको अपनी इच्छा को किसी एक वाक्य में समेट लेना है। वाक्य इतना छोटा होना चाहिए जिसे आप नींद में भी याद रख सके। बड़ा वाक्य होने पर हो सकता है कि आपको उसे याद रखने में मुश्किल हो क्योंकि नींद की अवस्था में आपका चेतन मन कार्य नहीं कर रहा होता। अब आपको सोने से पहले कुछ देर तक गहरी सांस अंदर लेनी है तथा पूरी तरह से बाहर निकालनी हैं। ऐसा आपको तब तक करना है जब तक आपका मन पूरी तरह से शांत ना हो जाए। मन पूरी तरह शांत होने के बाद आपको अपने उस वाक्य को बार-बार पूरे विश्वास के साथ दोहराना है और आपको इस दोहराते दोहराते ही सो जाना है। इस प्रकार नींद की अवस्था में जब आपका चेतन मन सक्रिय नहीं होगा तो आपका यह वाक्य आसानी से अवचेतन मन तक पहुंच जाएगा।

वैज्ञानिकों ने माना है की 21 दिनों में आपका मस्तिष्क री प्रोग्राम हो जाता है तो आप किसी भी तकनीक को 21 दिनों तक करने के पश्चात छोड़ सकते हैं यदि आपको फिर भी मनचाहे परिणाम प्राप्त न हो तो आप कुछ दिनों के पश्चात फिर से वह तकनीक शुरू कर सकते हैं अपने अवचेतन मन पर भरोसा कीजिए अवचेतन मन आपकी किसी भी इच्छा को कभी भी खाली नहीं जाने देता हो सकता है कि थोड़ा समय लगे लेकिन जो भी संदेश या जो भी इच्छा अपने अवचेतन मन तक पहुंचाई है वह पूरी अवश्य होगी।

आज आपने क्या जाना 

आज के लेख में आपने जाना कि अवचेतन मन को संदेश कैसे भेजे। आशा है कि ऊपर बताए गए पांचों तरीके आपके लिए बहुत लाभदायक साबित होने वाले है। Law of Attraction और Subconscious Mind से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप हमारी साइट को फॉलो कर सकते है। धन्यवाद!




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